टीम इंडिया : रोहित शर्मा के बाद ये 3 खिलाड़ी बन सकते हैं टेस्ट टीम के कप्तान
टीम इंडिया: टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा तीनों फॉर्मेट में नियमित कप्तान की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं. विराट कोहली ने जब से रोहित को टीम की कमान सौंपी है तब से टीम इंडिया का प्रदर्शन द्विपक्षीय सीरीज में अच्छा रहा है. लेकिन हाल में एशिया कप 2022 और टी20 वर्ल्ड कप 2022 में मिली हार के बाद से टीम इंडिया के प्रदर्शन और कप्तानी पर सवाल उठ रहे हैं.

ऐसे में कुछ रिपोर्ट्स ये भी सामने आ रही हैं कि बोर्ड हर फॉर्मेट में अगले कप्तान की रणनीति पर भी विचार कर रहा है. इसी के चलते आज हम भारतीय टीम के तीन ऐसे खिलाड़ियों की बात करेंगे जो रोहित शर्मा की जगह टेस्ट फॉर्मेट में टीम की कमान संभाल सकते हैं।
- जसप्रीत बुमराह
टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम की कमान संभाल ली है। भले ही भारतीय टीम इस मैच में जीत दर्ज नहीं कर पाई, लेकिन उस मैच में उन्होंने एक ओवर में 35 रन बनाकर जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था, वह क्रिकेट जगत में खूब सुर्खियां बटोर चुका है.
बुमराह ने टीम इंडिया के लिए 30 टेस्ट खेले हैं और काफी सफल गेंदबाज साबित हुए हैं। बुमराह की उम्र अभी करीब 29 साल है इसलिए उनमें अभी काफी क्रिकेट बाकी है। ऐसे में टेस्ट क्रिकेट में बुमराह को कप्तानी देना बोर्ड के साथ-साथ भविष्य के लिए भी अच्छा फैसला साबित होगा।
2 . वींद्र जडेजा
इस लिस्ट में रवींद्र जडेजा भी अपनी जगह बनाते हैं। रोहित शर्मा के बाद रवींद्र जडेजा भी एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं। टेस्ट टीम में भारतीय टीम के लिए स्पिन ऑलराउंडर की भूमिका निभाने वाले जडेजा पिछले कई मैचों में गेंद और बल्ले दोनों से टीम के लिए उपयोगी पारियां खेलते दिखाई दिए हैं.
जडेजा को भले ही कप्तानी का ज्यादा अनुभव न हो, लेकिन उनकी फिटनेस और टेस्ट मैचों में प्रदर्शन को देखते हुए चयनकर्ता उनके नाम पर भी विचार कर सकते हैं। रवींद्र जडेजा ने भारत के लिए अब तक 60 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने बल्ले से 2523 रन बनाए हैं, जबकि उन्होंने 242 विकेट लिए हैं।
3 . ऋषभ पंत
क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में टीम इंडिया के लिए हाल के मैचों की बात करें तो धोनी के बाद ऋषभ पंत टीम इंडिया के टेस्ट प्रारूप में नियमित विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में टीम में अपनी जगह बनाए हुए हैं. सफेद गेंद के प्रारूप में भले ही पंत का बल्ला शांत नजर आता हो, लेकिन उन्होंने टेस्ट क्रिकेट की पिछली 6 पारियों में दो शतक और तीन अर्धशतक जड़े हैं. इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट में उनकी पारी भले ही टीम को जीत न दिला सकी हो, लेकिन क्रिकेट की दुनिया में उन्हें खूब वाहवाही मिली.
अब से अगर युवा पंत को रोहित की जगह टीम इंडिया के टेस्ट क्रिकेट कप्तान की जिम्मेदारी सौंपी जाती है तो पंत लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट की कप्तानी संभालने के साथ-साथ टीम इंडिया में अहम योगदान देना जारी रख सकते है। ऋषभ पंत अभी काफी युवा हैं, ऐसे में उन्हें टेस्ट टीम की कप्तानी देकर उनके आसपास नई टीम इंडिया को मजबूत किया जा सकता है.