मुल्तान सुल्तांस ने सिर्फ 49 गेंदों में बुक किया फाइनल का टिकट
एक कहावत है कि गुरु गुड़ और चेला चीनी है । लेकिन, पीएसएल की पिच पर जीत में दोनों की मिठास वैसी ही रही. गुरु ने अगर हाथ खोले तो शिष्य भी उनके बताए रास्ते पर चलने से नहीं हिचकिचाते। हम बात कर रहे हैं पोलार्ड और टिम डेविड की जिन्होंने मिलकर पीएसएल में मेला लूटा और मुल्तान सुल्तांस को फाइनल तक पहुंचाया। लेकिन आईपीएल में इनके बीच का रिश्ता गुरु और शिष्य जैसा है।
अब आप ही कहिए कि गुरु और शिष्य का यह कैसा संबंध है? तो सर, पहली बात तो यह है कि पोलार्ड और टिम डेविड दोनों आईपीएल में मुंबई इंडियंस से जुड़े हैं। दूसरा, पोलार्ड की जगह डेविड मुंबई आए हैं। और तीसरी और आखिरी बात ये है कि पोलार्ड IPL 2023 में मुंबई इंडियंस के बैटिंग कोच होंगे. यानी टिम डेविड को बैटिंग टिप्स देते नजर आएंगे।
आईपीएल में ‘गुरु-चेला’ ने पीएसएल में मिलकर लूटा मेला
खैर, आईपीएल में उनका जो भी कनेक्शन था, उससे पहले PSL में इन्होंने बल्ले से धमाल मचाने में थोड़ी भी कोताही नहीं की . दोनों बल्लेबाजों का शोर लाहौर में गूंजता नजर आया। उस गूँज से मुल्तान सुल्तान की विजय की नींव पड़ी, जिसे लाहौर कलंदर्स नहीं तोड़ सके ।
पहले बल्लेबाजी करते हुए मुल्तान सुल्तांस ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट पर 160 रन बनाए। पोलार्ड और टिम डेविड की ताकत ने मुल्तान टीम को इस स्कोर तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई, जिसने पारी को फिनिशिंग टच दिया.
49 गेंदें मैच को बनाने वाली
पोलार्ड और टिम डेविड ने लाहौर कलंदर्स के खिलाफ 49 गेंदों में 7 छक्कों और 2 चौकों की मदद से 79 रन बनाए। जिसमें पोलार्ड ने 34 गेंदों में 6 छक्के और 1 चौके की मदद से 57 रन बनाए। इस बीच, टिम डेविड 15 गेंदों पर 1 छक्के, 1 चौके की मदद से 22 रन बनाकर नाबाद रहे।
लाहौर कलंदर्स जीत से 84 रन दूर है
लाहौर कलंदर्स को 161 रन का टारगेट मिला। लेकिन पूरे सीजन बढ़िया खेलती आ रही कलंदर्स को मानों क्वालिफायर में करंट लग गया. इस मैच में उससे 100 रन भी नहीं बने । वह 20 ओवर भी नहीं खेल सके। उनकी पारी महज 14.3 ओवर में 76 रन पर समाप्त हो गई। इस तरह मुल्तान सुल्तांस 84 रन से जीतकर फाइनल में पहुंच गया।