बार-बार बेइज्जती होने के बाद विलियमसन की अक्ल आई ठिकाने, पहली बार लिया यह बड़ा फैसला, फिर हुआ कमाल
सनराइजर्स हैदराबाद टीम के कप्तान केन विलियमसन के लिए इंडियन प्रीमियर लीग का मौजूदा सीजन बहुत ज्यादा निराशाजनक रहा है। क्योंकि इस बार विलियमसन न तो अच्छी बल्लेबाजी कर पा रहे हैं और न ही कप्तानी। इस वजह से एसआरएच टीम के बहुत सारे समर्थक उनसे बहुत ज्यादा निराश होंगे।

इन दिनों सोशल मीडिया पर सनराइजर्स हैदराबाद टीम के बहुत सारे फैंस केन विलियमसन को टीम से बाहर करने की मांग कर चुके हैं। आईपीएल 2022 का 65वां मुकाबला मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला गया, जिसमे विलियमसन ने एक ऐसा कदम उठाया जिसके बारे में जानकर बहुत सारे फैंस खुश हो रहे होंगे।
केन विलियमसन ने उठाया बड़ा कदम
इंडियन प्रीमियर लीग के मौजूदा संस्करण में मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच से पहले तक केन विलियमसन बतौर ओपनर खेल रहे थे। लेकिन उस दौरान उनके बल्ले से न के बराबर रन निकल रहा था, जिस वजह से सनराइजर्स हैदराबाद की टीम को लगातार हर का सामना करना पड़ रहा था। क्योंकि विलियमसन बतौर ओपनर टी-20 क्रिकेट में टेस्ट वाली पारी खेलते नजर आ रहे थे। जिस वजह से एसआरएच की टीम मुश्किल में पड़ जाती थी।
लेकिन मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच में केन विलियमसन ने एक बड़ा कदम उठाया और उस दौरान वो खुद ओपनिंग करने के लिए नहीं आए। विलियमसन ने एमआई के खिलाफ मुकाबले में युवा बल्लेबाज प्रियम गर्ग को बतौर ओपनर खेलने का मौका दिया। उसके बाद गर्ग ने मात्र 26 गेंदों पर चार चौके और दो गगनचुंबी छक्के की मदद से 42 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इसी वजह से हैदराबाद की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 193 रनों का स्कोर खड़ा किया।
मुंबई इंडियंस के खिलाफ इस मैच में सनराइजर्स हैदराबाद टीम के कप्तान केन विलियमसन छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए। उस दौरान वो 7 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 8 रन बना पाए, जिसमे मात्र एक चौका शामिल था। अगर उस मुकाबले में विलियमसन फिर से ओपनिंग करते तो उनकी टीम कभी भी 193 रन बनाने में सफल नहीं हो पाती।