इंटरनैशनल करियर की पहली पारी में ताबड़तोड़ शतक, दो बार रिटायरमेंट से वापसी की, फिर वर्ल्ड कप खेला
डेब्यू मैच में सबसे तेज शतक लगाने वाले पाकिस्तानी दिग्गज ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी आज 47 साल के हो गए हैं। 1 मार्च 1975 को जन्मे अफरीदी ने भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से काफी समय पहले संन्यास ले लिया हो, लेकिन दुनिया भर की टी10 और टी20 लीग में उनकी ताकत आज भी महसूस की जाती है।
अफरीदी के करियर की शुरुआत काफी तूफानी थी। उन्होंने 1996 में केन्या के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया, लेकिन दूसरे मैच में श्रीलंका के खिलाफ अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय पारी खेली।
अफरीदी ने अपनी पहली ही पारी में धूम मचा दी थी. उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच में 37 गेंदों में शतक बनाया। यह उस समय का सबसे तेज वनडे शतक था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
उन्होंने 398 वनडे में 8064 रन और 395 विकेट, 27 टेस्ट मैचों में 1716 रन और 48 विकेट और 99 टी20 मैचों में 1416 रन और 98 विकेट हासिल किए हैं।
अफरीदी ने दो बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया। वह पहली बार 2006 में संन्यास लिया , लेकिन 2010 में कप्तान के रूप में टेस्ट टीम में लौट आए। फिर 2011 वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लिया, लेकिन कुछ महीने बाद वापसी की और 2015 वनडे वर्ल्ड कप और 2016 टी20 वर्ल्ड कप में खेले। उन्होंने आखिरी बार 2018 में इंटरनेशनल मैच खेला था।
अफरीदी ने क्या कहा?
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने एक क्रिकेट शो के दौरान कहा कि मुझे इसमें कोई शक नहीं है कि वह इस समय दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज हैं। लेकिन विराट कोहली या एबी डिविलियर्स जैसे बल्लेबाज है वो है फिनिशिंग। बाबर आजम खुद को मैच विनर साबित नहीं कर सके।आपको बता दें कि पीएसएल में खेले जा रहे मैचों के दौरान बाबर आजम की बल्लेबाजी को लेकर कई सवाल पूछे जाते हैं। वह टीम के लिए मैच फिनिश नहीं कर सके।उन्होंने आखिरी बार 2018 में इंटरनेशनल मैच खेला था।लेकिन दुनिया भर की टी10 और टी20 लीग में उनकी ताकत आज भी महसूस की जाती है।
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