इंदौर मंदिर हादसा: अब तक 35 लोगों की मौत, मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

इंदौर में रामनवमी के दिन बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर स्थित श्री बालेश्वर महादेव जूलेलाल मंदिर में हवन के बाद कन्या पूजन चल रहा था। इसी बीच बोए की छत धंस गई और उसमें मौजूद 50 से अधिक लोग उसमें गिर गए। हादसे में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है।
28 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि तीन लोगों की अस्पताल में मौत हो गई है। शुक्रवार सुबह सीएम शिवराज सिंह चौहान घायलों का हालचाल लेने अस्पताल पहुंचे। उनके साथ गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, तुलसी सिलावट, मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ भी पहुंचे।
– रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है
बचाव अभियान में एनडीआरएफ की 140 की टीम लगाई गई है, जिसमें एनडीआरएफ के 15 जवान, एसडीआरएफ के 50 जवान और सेना के 75 जवान शामिल हैं. इंदौर जिले के महू सेना मुख्यालय से भी सेना के जवानों का एक दल रात में ही घटनास्थल पर पहुंच गया. सेना के आने के बाद तेजी से शव मिलने लगे। जिसमें पूरी रात चले ऑपरेशन के बाद कुल 21 लाशें मिलीं।
– कुएं में पानी होने से दिक्कत हो रही है
रेस्क्यू ऑपरेशन में एक दिक्कत यह भी है कि जब कुएं से पानी निकाला जाता है तो आधे घंटे के अंदर उसमें फिर से 4 से 5 फीट पानी आ जाता है. जिससे हमें फिर से पानी खाली होने का इंतजार करना पड़ रहा है और फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना पड़ रहा है. करीब 40 फीट गहरे गड्ढे में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
-कहां हुआ हादसा?
यह दर्दनाक हादसा इंदौर शहर के एक बाग में बने बालेश्वर महादेव मंदिर में गुरुवार को हुआ. इस मंदिर में कुएं को अवैध रूप से सीमेंट की पटिया से ढक दिया गया था और उसके ऊपर हवन कुंड बना दिया गया था। जब हादसा हुआ तब लोग वहां हवन कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने एक साल पहले बगीचे में बने निजी मंदिर की शिकायत की तो नगर निगम ने मंदिर को कानूनी नोटिस भेजा, लेकिन मंदिर ट्रस्ट ने आरोप लगाया कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है.
– मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और प्रत्येक घायल व्यक्ति को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। इसके अलावा पीएम राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रु. मृतक के परिवार को 50000 रुपये जबकि घायलों को 50000 रुपये दिए जाएंगे