लोकप्रियता के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी लीग आईपीएल (IPL) एक बार फिर लोगों का मनोरंजन करने आ रहा है। करीब दो महीने तक भारत में फिर से क्रिकेट का मेला लगने वाला है। इस लीग में तमाम क्रिकेट प्रेमियों को गेंद और बल्ले की एक बार फिर जोरदार जंग देखने को मिलने वाला है। आज हम इस टूर्नामेंट के इतिहास के पन्नों को टटोलने जा रहे हैं। ऐसे क्रिकेटर से आपका परिचय करवाने जा रहे हैं, जिन्होंने 37 वर्ष की उम्र में आईपीएल में ऑरेंज कैप अपने नाम किया था।
37 वर्ष की उम्र में ऑरेंज कैप जीतने वाले क्रिकेटर
आईपीएल (IPL) इतिहास में न जाने कितने अद्भुत रिकॉर्ड बने हैं। उनमें से ही एक बड़ा कीर्तिमान महान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के भी नाम दर्ज है। ‘क्रिकेट के भगवान’ कहे जाने वाले इस दिग्गज क्रिकेटर ने 37 वर्ष की उम्र में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में ऑरेंज कैप जीता था। उन्होंने 2010 आईपीएल (IPL) में यह कारनामा किया था। वह उस समय टीम के कप्तान भी थे।
सचिन आईपीएल (IPL) में पहले ऐसे भारतीय खिलाड़ी थे, जिन्होंने ऑरेंज कैप जीता था। उन्होंने तीसरे संस्करण में 15 मुकाबलों में शिरकत की थी। इसमें उन्होंने 618 रन ठोके थे। इस दौरान मास्टर ब्लास्टर की औसत 47.53 थी और स्ट्राइक रेट 132.61 था। बता दें कि तेंदुलकर ने 40 साल की उम्र के साथ 2013 में इस लीग को अलविदा कह दिया था।
कुछ ऐसा रहा है इस दिग्गज का IPL में सफर
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने 2008 से लेकर 2013 तक कुल 6 आईपीएल (IPL) सीजन में हिस्सा लिया था। इस दौरान 50 वर्षीय क्रिकेटर ने 78 मुकाबले खेले। उन्होंने 119.82 के स्ट्राइक रेट के साथ 2334 रन बनाए। उनकी औसत 34.84 की थी। सचिन के नाम एक शतक और 13 अर्धशतक दर्ज हैं।
सचिन ने IPL में 295 चौके और 29 छक्के जड़े। वह 11 बार नॉटआउट भी रहे। इसके अलावा उन्होंने फील्डिंग में भी अहम योगदान दिया। तेंदुलकर के नाम आईपीएल (IPL) में 23 कैच भी दर्ज हैं। वह पहले सीजन से लेकर अपने आखिरी सीजन तक एक ही फ्रेंचाइजी- मुंबई इंडियंस का प्रतिनिधित्व किया। संन्यास के बाद भी वह इस टीम के साथ जुड़े रहे।