राज बब्बर ने खुद को क्यों कहा था- ‘मुझ जैसा आदमी ना घर का ना घाट का…’, एक्टर ने किया था बड़ा खुलासा

Raj Babbar opens Secret: अक्सर बॉलीवुड सेलेब्स ‘द कपिल शर्मा शो’ में अपने सीक्रेट ओपेन करते हैं। ऐसे कई किस्से हैं जिनके बारे में कपिल शर्मा और ऑडियंस के सामने सेलेब्स कहने में बिल्कुल नहीं चुकते हैं। काफी समय पहले बॉलीवुड एक्टर राज बब्बर भी कपिल शर्मा के शो में आए थे। यहां कपिल ने उनसे एक सवाल किया जिसके जवाब में राज बब्बर ने अपनी जिंदगी के एक अनोखे पहलू का खुलासा किया। उन्होंने कहा, ‘मुझ जैसा आदमी न घर का रहा न घाट का’।

70-80 के दशक में, राज बब्बर बॉलीवुड के प्रमुख अभिनेताओं में शामिल थे। उनकी फिल्मों का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता था। बाद में, उन्होंने राजनीति में रुचि दिखाई, जिससे उनके फिल्मी करियर पर भी असर पड़ा। राज बब्बर ने कपिल के किस सवाल का ऐसा जवाब दिया था चलिए आपको विस्तार में बताते हैं।

राज बब्बर ने बताया अपना सीक्रेट (Raj Babbar opens Secret)

साल 1977 में राज बब्बर ने फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ से अपना फिल्मी सफर शुरू किया था। उन्हें आखिरी बार साल 2016 में जॉन अब्राहम की फिल्म ‘फोर्स 2’ में देखा गया था। उनका फिल्मी करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा, जिसमें राजनीति की भूमिका भी थी। उनका फिल्मी सफर काफी अच्छा चल रहा था।

लोग राज बब्बर के अभिनय के दीवाने थे और उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाती थीं। लेकिन उन्होंने राजनीति में जाने का फैसला किया, साल 1989 में जनता दल में शामिल होकर। हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें कपिल शर्मा के शो में देखा गया था। कपिल ने उनसे एक सवाल पूछा था जिसमें पेमेंट के बारे में था।

राज बब्बर ने कहा, “जब मैं सोशल मीडिया लाइफ से जुड़ा, तो जिन लोगों को मुझे पैसे देने थे, वो पैसे देने बंद कर दिए। क्योंकि उन्हें यह गलतफहमी हो गई थी, कि राज जी अब पैसों की क्या जरूरत। लोगों को लगता है कि जब आप राजनीति में जाते हैं, तो आप 100 से 500 करोड़ के आदमी बन जाते हैं। लेकिन, मेरे साथ क्या हुआ? मुझ जैसा आदमी न घर का रहा न घाट का। यहां से मुझे पेमेंट मिली नहीं, और वहां से कुछ कमाया नहीं।” उनके जवाब के बाद, सभी हंसने लगे थे।

राज बब्बर साल 1994 से 1999 तक राज्यसभा के सदस्य रहे। 2004 में उन्होंने 14वें लोकसभा चुनाव में फिर से चयनित होकर अपने दूसरे कार्यकाल के लिए सेवा की। उन्हें 2006 में समाजवादी पार्टी से निलंबित किया गया, और बाद में वह 2008 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए। 2009 में उन्हें चौथे कार्यकाल के लिए संसद सदस्य के रूप में चुना गया। उन्होंने अपने चुनावी मैदान में अखिलेश यादव की पत्नी और मुलायम सिंह यादव की बहू डिंपल यादव को हराया।

Leave a Comment