घर में सुख-शांति के लिए दरवाजे से हैं ये जुड़े 5 वास्तु नियम, अभी अपनाएं और देखें कमाल

Door Vastu for Home: घर की सुख-शांति और समृद्धि को बढ़ाने में दरवाजे बहुत अहम होते हैं। हर दिन यहीं से लोग आते-जाते हैं और कुछ नकारात्मक चीजें भी यहीं से आती हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार, दरवाजे से जुड़े कई नियम होते हैं जो घर की ऊर्जा को संतुलित और प्राकृतिक बनाए रखने में मदद करते हैं। ये नियम सही रूप से अपनाए जाएं तो घर में सकारात्मकता और शांति का वातावरण बना रहता है।

घर में सुख और समृद्धि के लिए, हमें घर के ऊर्जा के संतुलन का ध्यान रखना चाहिए। यदि हम पॉजिटिव ऊर्जा को अपनाना चाहते हैं, तो हमें वास्तु नियमों का पालन करना चाहिए। चलिए आपको दरवाजों से जुड़े वास्तु टिप्स के बारे में विस्तार से बताते हैं।

Door Vastu for Home

दरवाजे के लिए वास्तु टिप्स हैं जरूरी (Door Vastu for Home)

घर के दरवाजे के हर दिन कई लोग आते-जाते हैं इसलिए घर में कुछ चीजें ऐसी प्रवेश कर जाती हैं जिससे घर का वातावरण बिगड़ने लगता है। वास्तु के नियमों को ध्यान में रखकर कुछ चीजें की जाएं तो नकारात्मकता ऊर्जा दूर होती है। कुछ ऐसे वास्तु नियम हैं जिनका पालन हर किसी को करना चाहिए।

1. जिन मॉडर्न दरवाजों में खिड़कियों की तरह दो छोटे दरवाजे होते हैं, उन्हें वास्तु के अनुसार नकारात्मक ऊर्जा के स्रोत के रूप में देखा जा सकता है। इसलिए इस तरह के दरवाजों को लगाने से बेहतर है बचना।

2. आजकल अधिकांश घरों में एकल दरवाजे के चलन है, लेकिन पूर्वकाल में दो पल्ले वाले दरवाजे लगाए जाते थे। इसे वास्तुशास्त्र में शुभ माना जाता है क्योंकि यह घर के सदस्यों के बीच अच्छे संबंध बनाए रखने में मदद करता है और घर में तनाव को कम करता है।

3. घर में लगे लोहे के दरवाजे या लकड़ी के दरवाजे आवाज या दरारों के कारण वास्तुदोष ला सकते हैं। अच्छा है कि घर के दरवाजों में कोई आवाज नहीं आनी चाहिए और दरवाजा टूटा हुआ नही होना चाहिए।

4. अपने घर में विभिन्न दरवाजे हो सकते हैं, लेकिन मुख्य द्वार को बड़ा लगाने का प्रयास करें। इसका मतलब है कि अन्य दरवाजों की तुलना में मुख्य द्वार बड़ा होना चाहिए।

5. बाहर की तरफ खुलने वाले दरवाजे लगाने से वास्तुदोष बढ़ सकते हैं और आपके घर की सकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है। सुख, समृद्धि और संपन्नता के लिए बेहतर है कि घर में ऐसा दरवाजा लगाएं जो अंदर की तरफ खुलता हो।

डिस्क्लेमर: यहां बताई गई सभी बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है। इसपर अमल करने से पहले आपको संबंधित विशेषज्ञों से परामर्श जरूर करना चाहिए।