Gangavataran Abhiyan : उजाड़ पहाड़ी को हरी भरी करने श्रमदानियों ने घंटों बहाया पसीना, बनाई जल संरचनाएँ
Gangavataran Abhiyan: आजादी के अमृत महोत्सव में मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की 75 पहाड़ियों पर जनभागीदारी से 75 हजार जल संरचनाएँ बनाने का भारत भारती शिक्षा समिति और विद्या भारती जनजाति शिक्षा का प्रयास रंग ला रहा है। ग्रामीणजन इस अभियान से बड़ी संख्या में जुड़कर गाँवों की सूखी पहाड़ियों को पुनः हरा-भरा करने व वर्षा का जल धरती के पेट में उतारने के लिए श्रमदान द्वारा खंतियाँ खोद रहे हैं।
रविवार को बैतूल विकासखंड के ग्राम किल्लोद में बेमौसम बारिश की बूँदाबाँदी के बीच सौ अधिक श्रमदानियों ने सुबह दो घण्टे जमकर पसीना बहाया, माँ माचना नदी के किनारे की पहाड़ी पर खंतियाँ खोदी व पूर्व में लगाये गये पौधों का संरक्षण किया। इस अवसर पर श्रमदानियों को सम्बोधित करते हुए अभियान के संयोजक मोहन नागर ने कहा कि नदियाँ हमें वर्ष भर जल देती हैं। हम उन्हें बारिश के समय वर्षा का पानी दें। नदियाँ वर्ष भर बहे, इसके लिए हमें धरती का पेट वर्षा जल से भरना होगा । पहाड़ों में वर्षाजल का संरक्षण कर हम यह कार्य कर सकते हैं। नदियों के किनारे हमें पुनः वृक्षों से भरना होंगे व नदी बेसिन के क्षेत्र में छोटी-बड़ी जल संरचनाओं का निर्माण करना होगा। गंगावतरण अभियान इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए जनभागीदारी से यह कार्य कर रहा है।
Gangavataran Abhiyan: जनजाति शिक्षा के जिला प्रमुख नागोराव सिरसाम ने ग्रामीणों का आव्हान किया कि वे प्रकृति की सेवा के महत्वपूर्ण कार्य में जुट जायें। ग्राम की सरपंच अमृता मेहतो, बुंदल धुर्वे पूर्व सरपंच, प्रेमकांत वर्मा, प्रदीप वर्मा ने भी लोगों से वर्षाजल संरक्षण व नदी संरक्षण के लिए आमजन से सहयोग का आग्रह किया।
दो घण्टे के श्रमदान में राजेश भदोरिया, विकास विश्वास भारत भारती, नागोराव सिरसाम जिला प्रमुख, संजू कवड़े संकुल प्रमुख, सुनील वाड़ीवा उपसंकुल प्रमुख, श्रीराम सिरसाम उपसंकुल प्रमुख, रूक्मणी धुर्वे, अमृता मेहतो सरपंच ग्राम पंचायत मलकापुर, बुन्दल धुर्वे भूतपूर्व सरपंच मलकापुर, प्रफुन्न वर्मा कालापाठा बैतूल, प्रेमकांत वर्मा मलकापुर, नवनीत मेहतो सरपंच प्रतिनिधि मलकापुर, प्रदीप वर्मा शिक्षक किल्लौद, लोकेश वर्मा मलकापुर, मंजू वरकड़े पंच, गोपाल बिसन्द्रे पंच, लच्छू मर्सकोले पंच, राजू बिसन्द्रे ग्राम कोटवार, सुनील लांजीवार, विष्णु धुर्वे, अज्जू करोचे, मंगल कवड़े सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।