हैदराबाद टीम के 14 करोड़ का ये खिलाड़ी 1 लाख के लायक भी नहीं है, हर मैच में हो रहा फ्लॉप, टी-20 को बना दिया टेस्ट
सनराइजर्स हैदराबाद टीम के लिए इंडियन प्रीमियर लीग 2022 बहुत ज्यादा खराब चल रहा है, क्योंकि आईपीएल के मौजूदा संस्करण में उनके अधिकतर खिलाड़ियों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है। इस वजह से उन्हें प्लेऑफ से भी लगभग-लगभग बाहर होना पड़ा है।

जब इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन की नीलामी चल रही थी तो उस दौरान सनराइजर्स हैदराबाद की फ्रेंचाइजी ने कई खिलाड़ियों को उम्मीद से अधिक पैसे में ख़रीदा। लेकिन वो खिलाड़ी उनकी टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। शुरुआती कुछ मैच हारने के बाद एसआरएच ने कई मुकाबलों में लगातार जीत हासिल की थी, इस वजह से उनके समर्थकों को थोड़ी उम्मीद जगी थी। लेकिन पिछले कुछ मैचों से उन्हें फिर लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है, जिस वजह से हैदराबाद की टीम आईपीएल 2022 से लगभग-लगभग बाहर हो चुकी है।
हैदराबाद का ये खिलाड़ी 1 लाख के लायक भी नहीं
इंडियन प्रीमियर लीग 2022 में सनराइजर्स हैदराबाद टीम के खराब प्रदर्शन में कई खिलाड़ियों का योगदान है, लेकिन उसमे सबसे बड़ा हाथ उनकी टीम के कप्तान केन विलियमसन का है। क्योंकि विलियमसन एसआरएच के लिए इस सीजन न तो अच्छी बल्लेबाजी कर पा रहे हैं और न ही कप्तानी। मैदान पर उन्हें कई खराब फैसले लेते हुए देखा गया है, जिस वजह से उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा है।

आईपीएल 2022 की नीलामी से पहले सनराइजर्स हैदराबाद की फ्रेंचाइजी ने केन विलियमसन को 14 करोड़ रुपये की मोटी रकम में रिटेन किया था। लेकिन उनकी बल्लेबाजी और कप्तानी को देखते हुए ऐसा लगा रहा है जैसे वो एक लाख रुपये का भी खिलाड़ी नहीं है। इस वजह से हैदराबाद के समर्थक सोशल मीडिया पर केन विलियमसन से बहुत ज्यादा निराश देखे जा रहे हैं।
विलियमसन ने टी-20 को बनाया टेस्ट
सनराइजर्स हैदराबाद टीम के कप्तान केन विलियमसन के लिए आईपीएल 2022 बहुत ज्यादा खराब चल रहा है। इस वर्ष आईपीएल में विलियमसन 12 मैचों की 12 पारियों के दौरान बल्लेबाजी करते नजर आए हैं, जिसमे उन्होंने 18.91 की खराब औसत के साथ मात्र 208 रन बनाया है। उस दौरान विलियमसन का स्ट्राइक रेट मात्र 92.85 का रहा है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वो कितना अधिक खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं। विलियमसन इन दिनों टी-20 क्रिकेट में भी टेस्ट की तरह बल्लेबाजी कर रहे हैं, जिसका खामियाजा उनकी टीम को भुगतना पड़ रहा है।