दक्षिण अफ्रीका ने रचा इतिहास, पहली बार किया फाइनल में प्रवेश, क्या इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ते हुए जीत पाएगा World Cup
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच महिला T20 World Cup का सेमी फाइनल मुकाबला खेला गया। जिसमें पहले सेमीफाइनल मुकाबले में मेग लैनिंग की अगुवाई वाली आस्ट्रेलियाई टीम भारत को 5 रनों से हराने में कामयाब रही। वहीं दूसरे रोमांचक मुकाबले के दौरान सुने लूस के नेतृत्व वाली साउथ अफ्रीका इंग्लैंड को 6 रनों से शिकस्त दे वर्ल्ड कप फाइनल में पहली बार जगह बनाने में कामयाब रही है।
अब यह मुकाबला अपने अंतिम स्टेज पर पहुंच चुका है। 26 फरवरी को इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। जिसमें दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आपस में एक दूसरे से जमकर भिड़ेंगी। इस मुकाबले का आयोजन केपटाउन के न्यूलैंड्स मैदान पर होगा। इस टूर्नामेंट का यह आठवां संस्करण है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया डिफेंडिंग चैंपियन है, और छठा खिताब हासिल करने पर उसकी नजरें टिकी होंगी।
दक्षिण अफ्रीका के पास वर्ल्ड कप हासिल करने का बड़ा मौका
दक्षिण अफ्रीका के पास यह फाइनल मुकाबला जीतकर बड़ा कीर्तिमान स्थापित करने का बेहतरीन मौका मौजूद है। महिला T20 वर्ल्ड कप में पहुंचने वाला दक्षिण अफ्रीका तीसरा मेंजबान देश है। अब तक जो भी मेजबान देश फाइनल मुकाबले में पहुंचा है, उसने खिताब अवश्य हासिल किया है। क्या साउथ अफ्रीकी टीम भी इस रिकॉर्ड को बनाए रख सकेगी। साल 2009 में इस टूर्नामेंट के पहले संस्करण का आयोजन इंग्लैंड में किया गया था। लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड न्यूजीलैंड को 6 विकेट से शिकस्त देने में कामयाब साबित हुआ था। वहीं न्यूजीलैंड मात्र 85 रनों पर ही ढेर हो गई और इंग्लैंड 17 ओवर में 86/4 रन बनाने में कामयाब रहा।
इंग्लैंड के अतिरिक्त यह कमाल ऑस्ट्रेलिया द्वारा भी किया जा चुका है। साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में सातवें संस्करण का आयोजन किया गया था। उस समय ऑस्ट्रेलिया और भारत का फाइनल मुकाबले में आमना-सामना होना था। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर खेले गए मुकाबलों के दौरान 184/4 का स्कोर बनाने में कामयाब रही, वहीं भारतीय टीम मात्र 19.1 ओवर में 99 रन पर ही ढेर हो गई। उस समय भी ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान लेनिंग के हाथों में ही मौजूद थी। साल 2016 में लेनिंग के नेतृत्व में ही ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत में खेले गए महिला T20 वर्ल्ड कप में भी जीतने में कामयाब साबित हुई थी।
फाइनल में पहुंचते ही लूस ने रचा इतिहास
फाइनल में पहुंचते ही लूस ब्रिगेड इतिहास रच बैठी। आज तक दक्षिण अफ्रीका के पुरुष क्रिकेटरों द्वारा जो कारनामा नहीं किया जा सका, वह महिलाओं द्वारा कर दिखाया गया। पहली बार महिला और पुरुष टीम में से किसी को तो वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह मिली है। दक्षिण अफ्रीका की पुरुष क्रिकेट टीम 1991 में पहला एकदिवसीय मुकाबला खेली थी, लेकिन कभी भी वह खिताबी मुकाबलों तक का सफर नहीं तय कर सकी।