टी20 वर्ल्ड कप खत्म होते ही भारत को मिला तूफानी बल्लेबाज, मात्र 20 गेंदों में ठोक दिए 96 रन, अब लेगा रोहित की जगह
भारतीय क्रिकेट टीम को इस साल टी20 वर्ल्ड कप में जिस तरह हार का सामना करना पड़ा है, उसकी वजह से अब ऐसा लग रहा है कि टीम इंडिया में बहुत ज्यादा बदलाव करने की आवश्यकता है। इसके बारे में बीसीसीआई अवश्य सोच रहा होगा, लेकिन हमें देखना यह होगा कि ऐसा कब होता है।

भारत में हमेशा कोई ना कोई घरेलू मैच होते रहते हैं जिसमे बहुत सारे युवा खिलाड़ियों को अच्छी गेंदबाजी और बल्लेबाजी करते देखा जाता है। उन घरेलू श्रृंखला में जो खिलाड़ी अपना जलवा दिखाते हैं उसे टीम इंडिया के लिए भी खेलने का मौका दिया जाता है, लेकिन भारत के लिए लम्बे समय तक वही खेल पाते हैं जो हमेशा अच्छी प्रदर्शन करते हैं।
भारत को मिला तूफानी बल्लेबाज
भारत में इन दिनों विजय हजारे ट्रॉफी खेला जा रहा है, जिसकी शुरुआत शनिवार से हुई है। इस टूर्नामेंट के पहले दिन कई टीमों के बीच मुकाबले खेले गए हैं, जिसमे कुछ खिलाड़ियों ने अपनी प्रदर्शन से फैंस का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। इस वजह से लोगों के मन में एक सवाल अवश्य आया होगा कि अब उन युवा खिलाड़ियों को टीम इंडिया में जगह दिया जाना चाहिए।
शनिवार को विजय हजारे ट्रॉफी का एक मुकाबला हैदराबाद और हिमाचल प्रदेश के बीच दिल्ली के पालम ए स्टेडियम में खेला गया है, जिसमे हैदराबाद की टीम को वीजेडी नियम के तहत 17 रनों से जीत मिली है। उस दौरान हैदराबाद की तरफ से अंबाती रायडू के छोटे भाई रोहित रायडू 144 गेंदों का सामना करते हुए 156 रनों की अच्छी पारी खेली है।
आपको बता दें कि उस पारी के दौरान रोहित ने 12 चौका और 8 गगनचुंबी छक्का भी लगाया है। अगर हम रोहित के चौके और छक्के दोनों जोड़े देते हैं तो उन्होंने 156 में से 96 रन सिर्फ 20 गेंदों में बना दिए हैं। रोहित उस मुकाबले के दौरान 42वें ओवर में कैच आउट हो गए। अगर रोहित आउट नहीं होते तो वो आसानी से दोहरा शतक लगा सकते थे, लेकिन फिर भी उन्होंने शानदार पारी खेली है।
रोहित रायडू बड़े-बड़े छक्के लगाने से पीछे नहीं हटते हैं, जिसका नजारा हिमाचल प्रदेश के विरुद्ध खेले गए मुकाबले में देखने को मिला है। इसी वजह से हैदराबाद की टीम पहले बलेल्बजी करती हुई 50 ओवर में तीन विकेट खोकर 360 रनों का विशाल स्कोर किया। फिर अंपायर ने वीजेडी नियम के तहत हिमाचल प्रदेश को 48 ओवर में 353 रनों का टारगेट दिया, लेकिन उसके जवाब में हिमाचल प्रदेश सिर्फ सिर्फ 335 रनों तक पहुंच पाई। इस वजह से उन्हें 17 रनों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा।