इस बार की रामनवमी है खास, अद्भुत संयोग में इन पांच योगों की पूजा करने से मनोकामना का मिलता फल

This year's Ram Navami is special, worshiping these five yogas in a wonderful coincidence gives the desired resultsराम नवमी हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है रामनवमी का पर्व भारत के कोने-कोने में मनाया जाता है, चैत्र शुक्ल पक्ष में पाँच योगों में पड़ने वाली रामनवमी तिथि विशेष फलदायी होगी। इस बार रामनवमी पर गुरु पुष्य योग, अमृत सिद्धि योग, रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और गुरु योग का संयोग है। रामनवमी के दिन भगवान राम की इन पांच योगों की पूजा करने से शीघ्र फल मिलता है। इस दिन किए गए कार्यों में सफलता मिलेगी। भृगु संहिता के अनुसार गुरु पुष्य योग और अमृत सिद्धि योग 30 मार्च को सुबह 10 बजकर 59 मिनट से शुरू होकर 31 मार्च को सुबह 06 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। गुरु योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग सूर्योदय से सूर्यास्त तक रहेगा

धार्मिक पौराणिक कथाओं के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान राम का जन्म माता कौशल्या के गर्भ से हुआ था। राम नवमी हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। भगवान श्री राम का जन्म चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र और कर्क राशि में हुआ था। देशभर में रामनवमी बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है. इस दिन भगवान राम की विशेष रूप से पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्रभु श्रीराम की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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