रोहित-राहुल के एक रन के लिए BCCI ने खर्च किया 15 हजार, 21 करोड़ लेने वाले खिलाड़ियों ने भारत की डुबोई नैया
एक नया साल, एक नया कप्तान, टी20 वर्ल्ड कप का नया संस्करण, लेकिन टीम इंडिया के साथ वही एक कहानी। एक बार फिर भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी मेंस टी20 वर्ल्ड कप-2022 के सेमीफाइनल मुकाबले में हार कर टूर्नामेंट के खिताब के काफी करीब पहुंच कर वापस लौट आयी है।

गत 16 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया में शुरू हुए इस टूर्नामेंट की कप्तानी रोहित शर्मा कर रहे थे। इसकी तैयारियों के लिये भारतीय टीम टूर्नामेंट शुरू होने से काफी पहले ही ऑस्ट्रेलिया पहुंच गयी थी। टीम ने यहा लगातार काफी दिनों तक अभ्यास किये और टूर्नामेंट की शुरूआत भी चिर प्रतिद्व्द्वी पाकिस्तान को हार कर एक शानदार अंदाज में की।
सुपर 12 के 5 में 4 मुकाबले टीम इंडिया ने पने नाम किया। हालांकि, टीम सेमीफाइनल में अपना विजय रथ आगे नहीं बढ़ा पायी। इंग्लैंड ने 10 विकेटों से भारत को हरा कर उनका फाइनल खेलने का रास्ता बंद कर दिया।
बीसीसीआई को ये टूर्नामेंट काफी महंगा पड़ा है, खास तौर पर रोहित शर्मा और के एल राहुल की तरफ से। बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों की सैलरी निर्धारित कर रखी है। रोहित शर्मा और के एल राहुल को हर मैच खेलने के लिये बीसीसीआई की तरफ से फीस के तौर पर क्रमशः तीन-तीन लाख रूपये दिये जाते हैं।
टीम इंडिया के ओपनर्स ने टी20 वर्ल्ड कप के 1-2 मुकाबलों में तो अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन बाकी के मैचों में वे फ्लॉप साबित हुए। सेमीफाइनल में भी इनसे सलामी जोड़ी वाली पारियां देखने को नहीं मिली। रोहित शर्मा ने 6 मैचों में 116, जबकि के एल राहुल ने 128 रन बनाये हैं। दोनों बल्लेबाजों ने मिल कर 6 मैचों में कुल 244 रन बनाये हैं। 6 मैचों के लिये बीसीसीआई ने रोहित शर्मा और के एल राहुल को कुल 36 लाख रूपये दिये हैं, जिसे अगर 244 से विभाजित करें, तो ये कुछ साढ़े चौदह हजार से ज्यादा निकलता है।
इस तरह से रोहित शर्मा और के एल राहुल के एक रन के लिये बीसीसीआई को करीब 15 हजार रूपये चुकाने पड़े हैं। वैसे बीसीसीआई को नुकसान सिर्फ इन्हीं दो खिलाड़ियों से नहीं हुआ है, बल्कि टीम इंडिया में ऐसे तीन खिलाड़ी और मौजूद हैं। रविचंद्रन अश्विन को बीसीसीआई सालाना पांच करोड़ रूपये देती है। ये खिलाड़ी 6 मैचों में केवल 6 ही विकेट ले पाया है। संभवतः बोर्ड को उनसे कुछ ज्यादा उम्मीदें थी।
इसके अलावा अक्षर पटेल और भुवनेश्वर कुमार का प्रदर्शन भी टूर्नामेंट में कुछ खास नहीं रहा है, जिन्हें बीसीसीआई की तरफ से साल में क्रमशः 3 और एक करोड़ रूपये देता है।